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हिन्दी दिवस
Updated: Sep 15, 2021
यूं तो हर दिनांक का कोई न कोई इतिहास होता है, लेकिन खासतौर पर हर साल 14 सितंबर को देशभर में हिन्दी दिवस मनाया जाता है | छात्र अपनी राष्ट्रीय भाषा के महत्व को जाने, हिन्दी बोलना सीखे इस उद्देश्य से गजेरा विद्याभवन में कक्षा 6 और 7 के छात्रों के लिए ‘हिन्दी काव्यापठन’ स्पर्धा का आयोजन किया था |

भारत की स्वतंत्रता के बाद 14 सितंबर 1949 को संविधान सभाने एकमत से यह निर्णय लिया कि हिन्दी की खड़ीबोली ही भारत की राजभाषा होगी | इसी महत्वपूर्ण निर्णय के महत्व को प्रतिपादित करने तथा हिन्दी को हरक्षेत्र में प्रसारित करने के लिए राष्ट्रभाषा प्रचार समिति के अनुरोध पर सन 1953 से संपूर्ण भारत में प्रतिवर्ष 14 सितंबर को ‘हिन्दी दिवस’ के रूप में मनाया जाने लगा|
हिन्दी हिंदुस्तान की भाषा है | राष्ट्रभाषा किसी भी देश की पहचान और गौरव होती है|हिन्दी हिंदुस्तान को बांधती है | इसके प्रति अपना प्रेम और सम्मान प्रकट करना हमारा राष्ट्रीय कर्तव्य है | कश्मीर से कन्याकुमारी तक साक्षर से निरक्षर तक प्रत्येक वर्ग का व्यक्ति हिन्दी भाषा को आसानी से बोल-समझ लेता है | यही इस भाषा की पहचान भी है | हिन्दी भाषा बोलने और समझने में किसी को कोई परेशानी नहीं होती|
हिन्दी विश्व में बोली जानेवाली प्रमुख भाषाओं में से एक है | विश्व की प्राचीन, समृद्ध और सरल भाषा होने के साथ-साथ हिन्दी हमारी राष्ट्रभाषा भी है | वह दुनियाभर में हमें सम्मान भी दिलाती है|
हिन्दी दिवस का उद्देश्य विश्व में हिन्दी के प्रचार-प्रसार के लिए जागरूकता पैदा करना, हिन्दी को आंतरराष्ट्रीय भाषा के रूपमें पेश करना, हिन्दी की दशा के लिए जागरुकता पैदा करना तथा हिन्दी को विश्व भाषा के रूप में प्रस्तुत करना है|
“राष्ट्र के माथे की बिंदी है ये हिन्दी |
साहित्य असीम सागर है ये हिन्दी |
तुलसी, कबीर, मीरा ने इस में ही लिखा है,
कवि सूर के सागर की गागर है ये हिन्दी|”